Difference between Love and Attraction||love vs attraction||story by- jai chaurasiya
Story by- jai chaurasiya
Difference between Love and Attraction||love vs attraction||story by- jai chaurasiya
दोस्तों ज़िन्दगी के इस सफर में हम कई लोगो से टकराते है और हैम ये पहचान नही पाते कि हमे उनसे प्यार है या फिर आकर्षण मात्र है। दोस्तों, प्यार और आकर्षण (Love & Attraction) को समझने को लिए मैं दोनों को परिभाषित करता हु जिससे आप को इसे पहचानने में कोई समस्या नही होगी।
दोस्तों जहा जरूरत होती है वह प्यार नही होता प्यार का मतलब ही है त्याग (Sacrifice) यदि हम किसी को चाहते है क्योंकि उसकी हमे जरूरत है हम इसे प्यार नही कह सकते।
एक लड़का एक खूबसूरत लड़की को देखता है और उसे लगता है कि उसे उस लड़की से प्यार हो गया है और कुछ है छड़ो बाद किसी दूसरी लड़की को देखता है वह भी उसी तरह का एहसास होता है। इसका मतलब ये नही है कि उस लड़के को लड़की से प्यार हो गया है ये केवल आकर्षण है जो कि लड़के को लड़की का look देखके हुई है, आकर्षण एक पल में किसी भी व्यक्ति या वस्तु के लिए हो सकता है और अगर वो व्यक्ति या वस्तु दोबारा न दिखे तो हैम उसे भूल जाते है ये आकर्षण है ना की प्यार। ज्यादातर कम उम्र विद्यालय और महाविद्यालयों में होने वाला प्यार आकर्षण(Attraction) ही है, क्योंकि हमें उन समय सच्चे प्यार कक समझ भी नही होती और यदि कोई लड़का किसी लड़की से या कोई लड़की किसी लड़के से बात-चीत करने लगे तो उसे प्यार समझने लगते है जो कि आकर्षण मात्र है।
दोस्तों यहाँ मैं एक बात स्पष्ट (clear) कर देना चाहता हु की Love और Relationship दोनो ही अलग है बहुत से Relationship में कभी प्यार है नही होता इसका मतलब ये नही की उनकी ज़िंदगी मे कोई समस्या होती है। जिस Relationship में प्यार नही होता वहा शक(Doubt) पैदा होता है, हर वक्त हमे Unsecure feel होता है, और ऐसे लोगो Relationship बहुत कमजोर होती है ये छोटी से गलतफहमी में भी टूट जाती है हर वक्त डर लग रहता है और बहुत से लोगों की ज़िंदगी ऐसे है गुज़र जाती है बिना प्यार के।
अब आती है बात प्यार की तो दोस्तों प्यार (लव)जो होता है वो एक पल में नही होता क्योंकि जो एक पल में होता है वो एक पल में है खत्म ही जाता है, प्यार के लिए महीने और साल भी लग जाते है प्यार में एक व्यक्ति को दूसरे को समझना पड़ता है और इसमें काफी समय भी लग सकता है दोस्तों हमारे परिवार में हमारे माता - पिता, भाई-बहन जो हमारी Care करते है वो प्यार है क्योंकि इसमें उनका कोई भी स्वार्थ नही होता, और वो हमें बेड़ियो में बांधना नही चाहते हमे पूरी छूट देते है अपने सपने पूरे करने की और हैम पर भरोसा करते है, और ये प्यार कभी भी खत्म नही होता है हा कुछ पल के लिए छुपाया जरूर जा सकती है।
इसी प्रकार जब कोई Realationship में प्यार होता है तो उस Relationahip में एक - दूसरे के प्रति शक जैसी बीमारियां जन्म नही लेती और अपने जीवनसाथी को बेड़ियो में नही जकड़ना चाहते उन्हें एक-दूसरे के प्रति विश्वास होता है और सदैव एक - दूसरे की खुशी में अपनी खुशी ढूढते है इसमे अपनी खुशी महत्व नही रखती, और इस Relationahip के bonding बहुत ही मजबूत होती है। और Relationahip का ये मुकाम एक पल में नही बनता इसमे समय लगता है।
दोस्तों ये ही छोटी सी बात हमारी आज की generation समझ नहीं पा रही है और attraction को love समझकर अपना बहुत ही नुकसान कर रही है। अगर आप किसी काम को करते हुए या फिर किसी relationship में बोर महसूस कर रहे है तो ये love नहीं है ये सिर्फ और सिर्फ आप का attraction है। क्योंकि सच तो ये है कि जिस काम या इंसान से आप को प्यार होता है। आप उस से कभी भी बोर हो ही नहीं सकते , आप उस रिस्ते को हमेशा के लिए निभाते है जबकि आकर्षण (Attraction) कुछ पल कुछ समय के लिए होता है आप उसे ज़िन्दगी भर नही निभा पाएंगे।
प्यार दिल की आवाज होती है जबकि आकर्षण दिमाग की और इन दोनों को पहचानना बहुत ही मुश्किल है पर पहचानना जरूर चाहिए।
अब कुछ लोगो का सवाल है क्या प्यार ज़िन्दगी में एक बार ही होता है या बार-बार हो सकता है....???
दोस्तो मेरे अनुसार प्यार एक बार से ज्यादा भी हो सकता है ये निर्भर (Depend) करता है परिस्थिति (Setution) पर।
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